बादल 🌤 धूप के बीच ‘कुछ ❤️’ चल रहा है.. !
बादल और धूप की अठखेलियों का मौसम.. और उससे उपजा एक प्रेम संवाद
❤️ Nirvana of Infotainment
बादल और धूप की अठखेलियों का मौसम.. और उससे उपजा एक प्रेम संवाद
सावधान.. आगे 780 शब्द लिखे हैं.. बहुत जल्दी में हैं तो कोई बात नहीं.. फ़ुरसत में पढ़ लीजिएगा.. ये कोई टू-डू लिस्ट नहीं है..
हर मुलाक़ात संक्रमित है
माथे को सहलाने वाला हाथ संक्रमित है
रविवार को सूर्य से ऐसी किरणें निकलती हैं जो आपको आलसी…बहुत आलसी बना देती हैं। ये वैज्ञानिक तथ्य नहीं है, ये रविवार को सूर्य और छुट्टी का दिन मानने के फलस्वरूप उपजा अनुभव है।
ये सूर्य की सुनहरी लकीरों का गणित है
जिसे सिर्फ मैं और तुम समझते हैं
नाम थोड़ा अंग्रेज़ी टाइप है.. लेकिन मायने ख़ालिस देसी हैं.. The Hum-Safar Project का अर्थ ये है कि हम सफ़र पर हैं… और इस सफ़र में हर दूसरे मोड़ पर … Continue reading The Hum-सफ़र Project |👫| प्यार बढ़ता है एक दूसरे का जूठा पीने से
हम सोचते रहते हैं कि जो सत्य है वो हमेशा हमेशा के लिए है, लेकिन इस दौर में लोग सत्य का स्थान परिवर्तन करवा देते हैं, उसकी दिशा बदल देते हैं… और फिर सुकुमार सा सच, झूठ के साथ चाय पकौड़ी करता नज़र आता है !
ये दीवाली की तैयारी से जुड़े छोटे छोटे काव्यात्मक टुकड़े हैं। उम्मीद है आप इनसे खुद को जोड़ पाएंगे White wash : पुताई हर साल पुताई होती है और छोटी … Continue reading Diwali Preparations : दीवाली की तैयारी
ये Poison की पराजय का उद्घोष है संसार में विष घोलने वालों को मेरी तरफ से ढेर सारा अमृत, बचपन में हम विष अमृत बहुत खेलते थे। तब विष को … Continue reading विष-अमृत : Poison Defeated !
डाक विभाग बर्फ़ की सिल्ली की तरह जम गया है, नेटवर्क ने हड़ताल कर दी है, वक़्त के इस Offline टुकड़े में कुछ पुराने बिखरे हुए पत्र मिले हैं। दुनिया से खुद को काटकर गृहस्थ जीवन जीना भी किसी काव्य से कम नहीं। ये वक़्त के कुछ ऐसे अंश हैं, जो आपको अपने से लगेंगे। 7 नये हैं और 5 पहले के लिखे हुए हैं, कुल मिलाकर 12 हुए
Lockdown में घर बैठे उदयपुर घूमने का मन हो तो इस पोस्ट में एंट्री मार लीजिए… निर्मल आनंद
आसमान ने हीरे की अंगूठी पहनी है दिलों की बर्फ़ पिघल रही है जमी हुई चेतना पंख फड़फड़ा रही है हर कोई ठंडे घरों से बाहर निकलना या झाँकना चाहता … Continue reading 19 Degree Celsius : वो मौसम जो खुद वाग्देवी सरस्वती ने लिखा
नींद का सुख हर किसी को नहीं मिलता। दिन में कई बार सोने और जागने के बीच की अवस्था में रहते हैं, हम लोग। इस सोने और जागने के बीच … Continue reading zZZZ 😴 : निद्रा सुख
प्रश्नों का चरित्र भी अजीब होता है, वो तभी आते हैं जब आप थोड़ा धीमे हो जाते हैं, थोड़ा सा ठहर जाते हैं। इस दौर में ठहराव को मृत्यु के … Continue reading प्रश्न❓Poetry : प्रश्नों को प्रक्षेपित करने वाला एक विचार और 10 कविताएँ
दीवाली पर आपके साथ कुछ रचनाएँ शेयर करना चाहता हूँ, इस पोस्ट में आगे जो वीडियो है वो एक पुरानी रचना पर आधारित है। इस विज़ुअल कविता को 2011 में … Continue reading दीया बनो, रोशनी रचो : Worship of Light
कविवार में अबकी बार, बराबरी का अधिकार। एक बात बताइये..क्या स्त्री और पुरुष..गुणों की किसी भी एक कसौटी पर बराबर हो सकते हैं? इसका जवाब है नहीं, ऐसा कभी नहीं … Continue reading Right to Equality : बराबरी का अधिकार
लोग आईने के सामने आकर खुद से प्यार करने लगते थे। चाहे काले से सफ़ेद होते बाल हों, चेहरे पर समय की सलवटें हों, चाहे आँखों के नीचे नींद का काला पानी ठहरा हुआ हो। बड़े से बड़े आलोचक की आँख भी, अपने शरीर के इन बदलावों को अनुभव के रूप में देखती थी।
Deep Dive क्या है ? एक गोताखोर की तरह किसी भी चीज़ (विषय-विवाद-भावना-पदार्थ) में गहराई तक उतरने की प्रवृत्ति। किसी भी चीज़ में चार-पाँच फुट से ज़्यादा गहरे उतरते ही … Continue reading Deep Dive : महत्वाकांक्षा और सपने के टकराव की चिंगारियाँ
सबको उड़ना था.. सबके आसमान थे.. पर किसी के पास पैर रखने के लिए ज़मीन नहीं थी… पता नहीं लोग थे.. कि गुब्बारे थे.. जिनसे हवा निकलती जा रही थी
इतने सारे मौसमों में उसे बरसात का मौसम पसंद है जब जब बारिश होती है उसके आंसू छिप जाते हैं वैसे बरसात में बहुत कुछ छिप जाता है कई स्याह … Continue reading Veil of Monsoon : बूँदों का पर्दा
अपने आसपास की हवा और पानी को महसूस कीजिए (प्रदूषित, धूल भरी आंधियों और तेज़ाबी बारिश की बात नहीं कर रहा हूं)। इन दो कविताओं में गति का बोध है। ये … Continue reading Homeless Air, Formless Water : हवा, पानी और 10 लाइन की कहानी
जो आपसे जलते हैं.. वो तमाम लोग स्ट्रीट लाइट होते हैं.. आपके रास्ते पर रोशनी की कमी नहीं होने देते
एक हाथ ऊपर उठता है सूरज की तरफ बढ़ता है उस तक पहुंच जाता है उसे मुट्ठी में बंद कर लेता है लेकिन मुठ्ठी बंद होते ही… अंधेरा हो जाता … Continue reading Fist of Darkness : मुठ्ठी में अंधेरा
रुकने का इशारा मिले तो ज़रा देर रुक जाना लाल बत्ती समय का वो टुकड़ा है जो तुम्हें मुफ़्त में मिल गया ये लम्हा इस एहसास के लिए है कि … Continue reading Red Light 🚦 लाल बत्ती
प्यार है अति स्निग्ध तलवार के वार से फिसलकर बचना उसे आता है क्रोध के तूफ़ान में जब आँखें बंद हो जाती हैं किसी मंत्र सा आध्यात्मिक होना उसे आता … Continue reading प्यार है अति स्निग्ध – Physical Properties of Love
In background of Every Live Video Every Public Act Or War of Personalities There are Sketches Black and white spaces Mind Lines of endless possibilities Intermittent Taps on keyboards Trajectories … Continue reading The ‘Change Energy’ of Keyboards : बदलाव की बिजली बनाने वाले की-बोर्ड