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Wireless एकांत में हम-तुम कैसे है ?
आपदा, महामारी, संक्रमण के असर.. अजीब होते हैं.. जैसे कोई व्यंजन बन रहा हो.. और उसे बनाने की रेसिपी में लिखा हो… “समाज के छिलके-कूड़ा-करकट माने जाने वाले गरीब-भूखे-मजबूर-बेरोज़गार पहले अलग निकाल लीजिए.. ना निकले तो पानी में भिगोकर छोड़ दीजिए.. थोड़ा समय बीतने पर छिलका अलग हो जाएगा.. और समाज का संपन्न हिस्सा तैयार […]
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Test Positive 🦠 : टेस्ट पॉज़िटिव आया है
इस समय अगर संवेदनाओँ के सैंपल इकट्ठा किए जाएं.. तो लोगों के दिलों की किताबों से कई सूखे फूल निकलेंगे.. छूते ही टूट सकने वाले… अगर किसी को ये एहसास हो जाए कि वो जहाँपनाह नहीं है.. उसकी मर्ज़ी से एक पत्ता भी नहीं हिल सकता.. तो वो एक बार ज़रूर अपना फ़ोन उठाकर किसी अपने का नंबर डायल करेगा..और जब दूसरी तरफ़ से आवाज़ आएगी.. तो देर तक ज़ुबान से कुछ नहीं निकलेगा.. शायद आँखों से निकल आए… कुछ टेस्ट ऐसे होते हैं.. जिनके सैंपल आँखों से लिए जाते हैं।
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Janta Curfew Notes : वायरस vs गरीब/ज़रूरतमंद
वायरस और व्यवस्था 🦠 ग़रीबों/ज़रूरतमंदों को चारों तरफ से घेर लेते हैं #ग़रीबीवायरस #Corona से भी भयंकर है छोटी झुग्गी में अपने बड़े परिवार के साथ सटकर रहने वाले लोग वो पतली गलियाँ जहां लोगों के अस्तित्व टकराते रहते हैं वहां सामाजिक दूरियाँ कैसे लागू होंगी ? भारत में तमाम बुज़ुर्गों को अपनी आख़िरी […]