
जैसे ही कोई मरता, उसकी अंगुलियाँ फोन में फोटो ढूँढने लगतीं !
उन अंगुलियों में पैने दांत निकल आते थे
किसी की मौत के बाद उसके साथ खींची फोटो को,
उसकी महानता में लपेटकर सोशल मीडिया पर चिपकाना,
गिद्ध की तरह चोंच मारना, वैचारिक लाभार्थियों की लाइन में खड़े होना,
ऐसी लिप्सा ने शुद्ध भावनाओं में मिलावट की है
अभिनय जब फ़िल्मों से बाहर निकलकर, अपना जौहर असल जीवन में दिखाने लगता है
तब समाज में मुर्दाखोर प्रजाति का जन्म होता है
इस सच को साबित नहीं करना, बस अन्वेषण ही बहुत है
आप कब संस्मरण में हैं, और कब लिप्सा में..
ये आप अच्छी तरह जानते हैं…
While working on this concept tried to Create an illustration of Hungry Social fingers with the help of AI models.