दर्द एक पोषक तत्व

दर्द एक पोषक तत्व है, इसमें विटामिन वाली बात है
ये साहस, कृतज्ञता के भाव, रचनात्मकता का पोषण करता है

अगर आपका जीवन शानदार और सुखद घटनाओं से ठसाठस भरा है
तो आप साहसी, कृतज्ञ या रचनात्मक नहीं हो सकते

ये सुख की कामनाओं को भेजने और पाने की ऋतु है
नये साल की शुरुआत में शुभकामनाओं का एक बड़ा जाम लगने वाला है

इस सबके बीच मुझे वो दुख-दर्द भी चाहिएँ जिन्हें जीता जा सके
दुख को स्वीकार कर पचाना, दुखियारा होना नहीं है, ये आनंदित होने की तैयारी है


एक अमेरिकी अभिनेत्री के बारे में कुछ पढ़ रहा था, तो दर्द को विटामिन P मानने का विचार कौंधा, फिर ये भी याद आया कि ख़लील जिब्रान ने भी एक बार लिखा था कि दुख हमें गहरे तक खोदते हैं, उन्होंने दुख को पात्रता बढ़ाने वाला तत्व माना है, जो हमारे अंदर ज़्यादा आनंद इकट्ठा करने की क्षमता देता है… और हिंदी के प्रख्यात कवि अज्ञेय भी कह गए हैं कि दुख हमें माँझता है, ये शुभकामनाओं को भारी मात्रा में भेजने और उससे भी कई गुना मात्रा में पाने का सीज़न है और इस सीज़न में ये बात सहेज कर रखने और बाँटने लायक़ लगी, इस विचार पर एक रेखा चित्र भी बनाया, जो संलग्न है


सिद्धार्थ की दूरबीन’ 🔭