
बटुए से नोटों के बजाए, हरे पत्ते झाँकें
Wallet धूप से रिचार्ज हो जाया करें
लेन-देन/हिसाब-किताब…हरियाली/ऑक्सीजन का हो
बटुआ यदि कवि हो
तो उसमें मनी की जगह मनी प्लांट रहने लगता है
असली धन दौलत क्या है?
इस पर 1000 शब्द का निबंध लिखने के बजाए
ये तस्वीर खींच ली
मेरे इंटरनेट स्तंभ ‘सिद्धार्थ की दूरबीन’ 🔭 से