ये तस्वीर ही इस बार का #kavivaar है
ये धूप छांव सोखने के दिन हैं…
और मेरी ही तरह आपकी उँगली पर भी किसी बच्चे की रफ़्तार ठहरी हुई है
आसपास जलते हुए पुलों, खरोंच खाती आवाज़ों के बीच
यही सच है… जो मायने रखता है
प्रसन्नता का सूचकांक.. कहीं दूर नहीं
हमारी उँगलियों में हैं !

© Siddharth Tripathi ✍️ SidTree
Bahut khoobsurat baat….. Hamari hi ungliyon par to hai. Aap behad behtareen likhte hain Sidhharth.
जलते पुलों के बीच
धूप छांव सोखने के दिन हैं
अद्धभुत सच है।मानवीय व्यवहार के मौसम के चक्र मे घूमते जीवन का।
उँगलियों में दबा प्रसन्नता का सूचकांक
क्या बात है?