मूल विचार और काव्य मानचित्र में दिखाई गई स्थिति का वर्णन
जो कुछ नहीं छोड़ सकता वो अंत में कबाड़ के शिखर पर पहुँचता है, आह्लादित (प्रसन्नचित्त) होकर विजय का ध्वज फहराता है, और Right Click करके Empty Recycle Bin का विकल्प चुन लेता है। Click करते ही सब किया धरा नष्ट हो जाता है, अर्थात अदृश्य हो जाता है*
*नष्ट होने का अर्थ है छिपना

पूरे जीवन कोई मौक़ा नहीं छोड़ा
वो सब कुछ पाता चला गया
हासिल करता चला गया
पहले ये वसूली बहुत रास आई उसे
फिर सामान बढ़ता चला गया
अंत में
उसके क़दमों के नीचे दुनिया नहीं,
कबाड़ था
© Siddharth Tripathi ✍️ SidTree