Core Thought : प्यार से प्यार का आश्वासन… और फिर प्यार का शवासन
जब हाथ नहीं चलेंगे
दिमाग नहीं चलेगा
याद नहीं होगी
तुमसे कोई फरियाद नहीं होगी
तब भी ये रिश्ता.. मेरा-तुम्हारा
‘हमेशा’ चलता रहेगा
पूरी दुनिया उबल रही है
रिश्ते भाप बनकर उड़ रहे हैं
ऐसे में तुम्हारा प्यार मिले या ना मिले
तुम्हारे होने का आश्वासन चाहिए
कोई शक़ ना रहे इसलिए
स्टाम्प पेपर तैयार किया है
दस्तख़त कर देना
© Siddharth Tripathi ✍ SidTree
So beautiful lines! M touched by this poem cum love letter. कोई जलिट शब्द नहीं बस सीधी बात में गेहरे जज़्बात।