मेरे अंतर्मन में आप
एक जल चुकी मोमबत्ती की तरह हैं..
जिसकी रोशनी और जिसका मोम..
विलीन हो चुका है
और धागे के जलने की ज़रा सी महक बाक़ी है
कुछ देर में आप खो जाएँगे..
मेरे वातावरण में
- अ-सामाजिक कविताओं की सीरीज़ से, इस Theme पर कुल मिलाकर 8 कविताएँ हैं ↩