This time i have tried to travel between the orbits of Spouses and the journey was very different…. meaningful.
पति-पत्नी
एक दूसरे से भिन्न
एक दूसरे से खिन्न
कभी एक दूसरे को दिल की बात न कहते हुए
जिये चले जा रहे हैं
उधड़े हुए कई मोड़ ज़िंदगी के
सिये चले जा रहे हैं
बहुत नज़दीक से देखो तो सिर्फ़ पैबंद दिखाई देते हैं
बहुत पास आते ही
जीता-जागता इंसान धुंधला हो जाता है
इसलिए थोड़ा दूर भी रहा करो
बिलकुल चांद की तरह
कि तमाम दाग़ों से फिसलकर
रोशनी आती रहे
© Siddharth Tripathi ✍️SidTree
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