Poetic meaning of Eid <140

जब नफ़रतों के, भ्रम के बादल छँट जाएँ
आँख की धूल हट जाए
और चाँद साफ़ दिखने लगे
तो समझो उसी दिन ईद है

EID Mubarak

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© Siddharth Tripathi  ✍️SidTree
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