Nirvana of Infotainment
बलकनी से अब भी हरे पत्ते और फूल दिखते हैं, लगता है अब भी कुछ बिगड़ा नहीं, बहुत कुछ बाक़ी है जश्न मनाने को
© Siddharth Tripathi, Kavionipad.com, 2013