समंदर एक कागज़ है..
और यात्राएं ऐसी
जैसे एक पल कुछ लिखा जा रहा है..
दूसरे ही पल मिटता जा रहा है
जीवन इस पल में है.. बस इसी पल में
जो पीछे था मिट चुका..
जो आगे है वो लिखा जा रहा है.. मिटने के लिए
© Siddharth Tripathi, Kavionipad.com, 2013
(Image Courtesy : clicked by my sister Priyamvada in Suva, Fiji)